
पेटीएम से जुड़े व्यापारी एवं दुकानदार 0 % शुक्ल पे अपनी जमा राशी बैंक में भेज सकेंगे।
देश में नोटबंदी की घोषणा के बाद सरकार द्वारा कैशलेस लेन-देन को बढ़ावा देने के लिए कई कदम उठाए जा रहे हैं। पिछले साल 8 नवंबर को पुराने 500 रुपए और 1,000 रुपए के नोट पर प्रतिबंध लगाया गया। जिसके बाद मोबाइल वॉलेट कंपनियां जैसे पेटीएम में डिजिटल ट्रांजेक्शन में काफी बढ़ोतरी देखी गई। पेटीएम वॉलेट में पहले से ही नेट बैंकिंग, क्रेडिट कार्ड और डेबिट कार्ड की मदद से पैसे डालने की सुविधा उपलब्ध है। वहीं, अब दूकानदार या व्यापारी पेटीएम के साथ रजिस्टर्ड हैं वह 2 फरवरी 2017 के बाद भी अपना पैसा पहले की तरह 0 % शुल्क पे अपने बैंक खाते में ट्रांसफर कर सकते हैं।
इससे पहले मीडिया में कई जगह यब खबर चल रही है कि पेटीए वॉलेट से बैंक अकाउंट में पैसा ट्रांसफर करने पर 2 प्रतिशत चार्ज देना होगा। इस शुल्क की शुरुआत 2 फरवरी से ही हो चुकी है। इस बात को सिरे से खारिज करते हुए कंपनी ने कहा है कि जो दुकानदार और व्यापारी पेटीएम के साथ रजिस्टर्ड हैं वह 2 फरवरी 2017 के बाद भी पेटीएम वॉलेट से बैंक अकाउंट में बिना किसी चर्ज के पैसा ट्रांसफर कर सकते हैं।
इसे भी देखें: ऐसे करें अपने स्मार्टफ़ोन को कुछ ही मिनटों में चार्ज…
पेटीएम ने अपने ब्लॉग में इस बात कि पुष्टी की है। पेटीएम के ब्लॉग के अनुसार आज 3 मिलियन से अधिक व्यापारी और सैकडों ब्रांड स्टोर्स पेटीएम से भुगतान स्वीकार करते हैं। ब्लॉग में पेटीएम द्वारा बयान में कहा गया है कि यादि आप एक दुकानदार या व्यापारी हैं तो हम आपको प्रोत्साहित करते हैं की आप पेटीएम एप के माध्यम से खुद को एक व्यापारी के रूप में रजिस्टर करवाएं ओर 0 % बैंक ट्रांसफर शुल्क का फायदा उठाएं।
बता दें कि पेटीएम को इंडिया रिसर्च सेंटर द्वारा हार्वर्ड बिजनेस स्कूल की केस स्टडी के रूप में शामिल किया गया है। स्टडी कंपनी के ऑनलाइन रिचार्ज मंच से भारत के सबसे बड़े मोबाइल भुगतान मंच बनने तक की यात्रा पर केंद्रित है। पेटीएम ने रविवार को एक बयान में कहा कि इस स्टडी का शीर्षक ‘पेटीएम : एक भुगतान नेटवर्क बनाना’ रखा गया है और वर्तमान में प्रकाशित होने की प्रक्रिया में है और शिक्षण उद्देश्यों से हार्वर्ड के भीतर और बाहर दोनों जगहों के लिए उपलब्ध होगा।
इसे भी देखें: स्मार्टफोन हो गया है स्लो तो अपनाएं इन 5 टिप्स को
पेटीएम के संस्थापक और मुख्य कार्यकारी अधिकारी विजय शेखर शर्मा ने कहा, “हम अर्थव्यवस्था की मुख्यधारा में आधा अरब भारतीयों को लाने के मिशन पर हैं और बदले में एक ऐसा व्यवसाय बनेगा, जिस पर भारत को गर्व होगा। हमारे लिए देशवासियों को डिजिटल भुगतान से सक्षम बनाने, वित्तीय समावेशन का हिस्सा बनाने की यात्रा अभी ही शुरू हुई है। इस प्रतिष्ठित संस्थान के पाठ्यक्रम की पेशकश का हिस्सा बनना सही मायनों में सौभाग्य की बात है।”
इसे भी देखें: एलजी जी6 की तस्वीरें लीक, डुअल कैमर व मेटल डिजाइन के साथ होगा पेश