
माइक्रोसॉफ्ट इंडिया ने शिक्षा के डिजिटलीकरण को बढ़ावा देने के लिए 'टीच योर चिल्ड्रन' कार्यक्रम की शुरूआत की है।
तकनीकी क्षेत्र की प्रमुख कंपनी माइक्रोसॉफ्ट इंडिया ने शिक्षा के डिजिटलीकरण को बढ़ावा देने के लिए ‘माइक्रोसॉफ्ट एस्पायर स्कूल प्रोग्राम सुईट’ के तहत ‘टीच योर चिल्ड्रन’ कार्यक्रम की शुरूआत की है।
कंपनी ने एक विज्ञप्ति में बताया कि इस कार्यक्रम का उद्देश्य स्कूलों का तकनीकी तौर पर उन्नयन कर उन्हें नवोन्मेषी प्रशिक्षण विधियों के साथ एकीकृत करना और उनके परिसरों को आधुनिक बनाना है। इसी के साथ उनके प्रशिक्षण अनुभवों को बेहतर बनाकर छात्रों को भविष्य के लिए तैयार करना है। कंपनी ने कहा कि इसके अलावा वह छात्रों और उनके अभिभावकों को ई-भुगतान और ई-फी जैसी सुविधांए भी उपलब्ध कराएगी।
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कंपनी के लघु एवं मध्यम बाजार समाधान एवं साझेदार विभाग के महानिदेशक अमित कुमार ने कहा, ‘आज के डिजिटल दौर में शिक्षण संस्थानों को शिक्षकों और छात्रों के लिए प्रशिक्षण और सीखने के अनुभवों को नए सिरे से परिभाषित करने के लिए तकनीक को अपनाना चाहिए। इसी को ध्यान में रखते हुए माइक्रोसॉफ्ट एस्पायर स्कूल प्रोग्राम सुईट को विकसित किया गया है ताकि शिक्षकों और छात्रों को सफलता के लिए आवश्यक टूल्स, संसाधन और विशेषज्ञताएं उपलब्ध हो सके।’
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इसके अलावा ‘टीच योर चिल्ड्रन’ कार्यक्रम सभी शिक्षकों, छात्रों और स्कूल परिसरों की प्रयोगशालाओं को माइक्रोसॉफ्ट इमेजिन और माइक्रोसॉफ्ट इमेजिन एकेडमी तक पहुंच भी उपलब्ध कराएगा। इससे शिक्षण के उद्देश्य से संस्थानों को माइक्रोसॉफ्ट के सॉफ्टवेयरों तक पहुंच उपलब्ध होगी। कंपनी ने कहा कि दिल्ली, मुंबई, पुणे, वडोदरा और भुवनेश्वर के करीब 40 स्कूल इस सुविधा को अपना चुके हैं।
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